जीवन को ज्यों का त्यों, सहज किंतु आह्लादकारी तरीके से, शब्दों में पकड़ने की इच्छा घुल जाए तो उसका परिणाम संदीप भूतोड़िया की 'कैलकटास्केपः म्यूजिंग्स ऑफ ए ग्लोबट्रॉटर' के रूप में सामने आता है
from आज तक https://ift.tt/34YjV9W
from आज तक https://ift.tt/34YjV9W
कैलकटास्केप: म्यूज़िंग्स ऑफ ए ग्लोबट्रॉटर; एक घुमक्कड़ की विचार-यात्रा
Reviewed by writer
on
October 20, 2020
Rating:
No comments: